Asim Munir Ne Kaha Sena Se Bharat Chup Nahi Baithega
पाकिस्तान में फर्जी चुनाव के बावजूद लोग वोट देकर अपना नेता चुनते हैं और अंत में सेना का शासन चलता है। पाकिस्तान की सेना द्वारा सरकारें बनाना और उन्हें उखाड़ फेंकना पाकिस्तानी सेना का इतिहास रहा है। पिछले कुछ सालों से मौजूदा आर्मी चीफ जनरल असीम मुनीर और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के बीच टकराव चल रहा है। अब जनरल असीम मुनीर ने अपने दुश्मन की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया है। कराची: पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान की जेल में बंद प्रधानमंत्री इमरान खान से पूर्व सैनिकों के मिलने का सिलसिला बढ़ गया है। सूत्रों के मुताबिक पहलगाम हमले के बाद मौजूदा हालात में आर्मी चीफ ने इमरान खान से संपर्क कर दोस्ती का प्रस्ताव रखा है। Asim Munir Ne Kaha Sena Se
Did the army chief send a message through emissaries?
इमरान खान को इस साल अल कादिर ट्रस्ट मामले में 14 साल की सजा मिली है। फिलहाल इमरान रावलपिंडी जेल में बंद हैं। खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक हाल ही में पाकिस्तानी सेना के 4 पूर्व सैन्य कमांडरों ने जेल में बंद इमरान खान से मुलाकात की। जेल में बंद इन कमांडरों ने इमरान खान से सेना प्रमुख के प्रति अपना विरोध खत्म करने की अपील की है
Does General Asim Munir and Imran Khan’s enmity matter?
सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के बीच विवाद तब खुलकर सामने आया जब इमरान खान ने 2019 में असीम मुनीर को डीजी आईएसआई के पद से हटा दिया. असीम मुनीर के लिए यह किसी अपमान से कम नहीं था क्योंकि उन्हें कार्यकाल पूरा होने से पहले ही हटा दिया गया था. इसके पीछे की वजह इमरान खान की पत्नी के खिलाफ भ्रष्टाचार के सबूत पेश करना था.
बदले में इमरान खान ने भी जनरल असीम मुनीर पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगाए.
सेना बनाम इमरान खान तब और खुलकर सामने आ गया जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनाए गए इमरान खान को गद्दी से उतार दिया गया. खुद इमरान को चुनाव में हराने के लिए नवाज शरीफ को पाकिस्तान में घुसाया गया.
Does the army need Imran’s supporters?
इमरान खान के खिलाफ एक के बाद एक केस और सजा का दौर चल रहा था, वहीं नवाज शरीफ के खिलाफ केस खत्म होने लगे। एक सजा में इमरान को बेल मिलती और दूसरी सजा में फिर जेल में डाल दिया जाता। यहां तक कि पीटीआई का सिंबल भी फ्रीज कर दिया गया। अप्रैल 2022 में इमरान खान को सत्ता से बेदखल करने के बाद इमरान खान ने सेना के खिलाफ अपने हमले तेज कर दिए। उन्होंने यहां तक आरोप लगाया कि उन्हें जान से मारने की दो बार कोशिश की गई। 9 मई 2023 को इमरान के समर्थक रावलपिंडी स्थित जनरल हेडक्वार्टर से लेकर लाहौर कोर कमांडर के घर में घुस आए और तोड़फोड़ की।
इमरान खान की छवि खराब करने के लिए कई तरह के ऑडियो और वीडियो जारी किए गए,
लेकिन इन सबके बावजूद इमरान खान की लोकप्रियता कम होने की बजाय बढ़ती ही गई। अब वह भारत के साथ मौजूदा तनाव में उस लोकप्रियता का फायदा उठाना चाहते हैं।